hindi kahaniya moral stories Fundamentals Explained
hindi kahaniya moral stories Fundamentals Explained
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सेठ ने जब उसके घायल होने का कारण लोगों से पूछा तो सेठ को पता चला कि जब सेठ अपना घर छोड़कर किसी और गांव में गया था, तब बंद घर देखकर कुछ चोर उसके यहां चोरी करने आए थे जिन को रोकने की कोशिश करते हुए हाथापाई में मोहन चोटिल हो गया था।
इसके बाद राजा ने सभा में पहुंचे दुकानदार से पूछा की क्या आपने अपने पडोसी को चोरी करते हुए देखा था। दुकानदार ने जवाब दिया की हां मैंने इसे रात में चोरी करते हुए देखा था।
पत्नी की बातो click here को सुनकर किसान मन ही मन खुद को और अपने भाग्य को कोसता रहता था की न जाने कब उसके किस्मत के भाग्य बदलेगे
श्याम भी उन दोस्तों के साथ बाहर में खाना – पीना और घूमना करता।
दूसरा पाठ : कठिन से कठिन समय में ईमानदारी और सच्चाई का साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए। हां यह मार्ग बड़ा कठिन है लेकिन इसकी मंजिल तक आदमी जरूर पहुंचता है और उसका फल भी अच्छा ही मिलता है।
फिर नौकर ने बंदर को रस्सी से बांधकर बाहर निकाला। लालची बंदर पकड़ा गया।
दूध का कटोरा बिल के सामने रखने के थोड़ी देर बाद जब सर्प दूध पीने बाहर निकला तो उसने उस पर लाठी से प्रहार किया। सर्प लाठी के प्रहार से तो बच गया किन्तु क्रुद्ध हो गयाऔर फन फैलाकर किसान के पुत्र को डस लिया।
एक बार की बात है, गर्मी का महीना था। एक कौए को बहुत तेज़ प्यास लगी थी। वह पानी की तलाश में इधर-उधर उड़ने लगा, पर उसे कही भी पानी ना मिला। तेज़ गर्मी के कारण उसकी प्यास ओर बढ़ती जा रही थी। कौए ने जीने की उम्मीद छोड़ दी थी। लेकिन उसने हार नहीं मानी, वह पानी की तलाश करने फिर चला गया, अचानक उसे एक पानी से भरा घड़ा दिखाई दिया। वह उस घड़े को देखकर बहुत खुश हो गया और तुरंत उड़कर घड़े के पास गया।
अचानक उस कबूतर की नज़र चींटी पर पड़ी उसने उसकी मदद के लिए पेड़ से एक पत्ता तोड़ कर नदी में फेंका और चींटी उस पर चढ़ गई। कुछ देर बाद पत्ता बहकर सूखी जमीन पर पहुँच गया और चींटी बाहर आ गई। चींटी ने कबूतर का धन्यवाद किया।
अर्थात अच्छी संगति का संगत करना चाहिए।
एक बार कि बात है, एक गांव में एक रामचरण नाम का किसान रहता था। वह एक मेहनती और परिश्रमी किसान था। वह गांव के अपने खेतों में दिन रात मेहनत करता और अपने परिवार को पालता और उनकी आवश्यकता को पूरा करता था।
बच्चों के लिए जंगल की कहानी
King Krishnadevaraya liked horses and experienced a collection of some of the greatest breed of horses in his […]
एक बार सेठ ने उससे पूछ लिया - तुम कैसे आदमी हो?
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